ना जाने क्या कहा था
डूबने वाले ने समंदर से,
कि लहरें आज तक
साहिल पे अपना सर पटकती हैं।
डूबने वाले ने समंदर से,
कि लहरें आज तक
साहिल पे अपना सर पटकती हैं।
अपनी बात------------------- अमरीका में रहते कुछ काम नहीं था । पढ़ने का समय खूब था । खूब पढ़ा । कुछ रचनाए बहुत पसंद आई । डायरी कितनी बनाता । इसलियें ये ब्लॉग बना दिया । इसमे मुझे जहाँ से जो पसंद आया लिया और जिसने फेस बुक पर या कहीं और पोस्ट किया था , डाल दिया । डालने वाले का नाम भी दिया |ये सिलसिला आज भी जारी है।