वो मेरे चेहरे तक अपनी नफरतें लाया तो था
मैंने उसके हाथ चूमे और बेबस कर दिया
-मुहब्बतों के दिनों की यही ख़राबी है
ये रूठ जाएँ तो फिर लौटकर नहीं आते
- वसीम बरेलवी
-रविंद्र श्रीवास्तव की फेसबुक वॉल से
मैंने उसके हाथ चूमे और बेबस कर दिया
-मुहब्बतों के दिनों की यही ख़राबी है
ये रूठ जाएँ तो फिर लौटकर नहीं आते
- वसीम बरेलवी
-रविंद्र श्रीवास्तव की फेसबुक वॉल से