मै नासमझ ही सही,मगर वो तारा हूं जो,
तेरी इक ख्वाहिश के लिए सौबार टूट जांऊगा।
-
जा दिखा दुनिया को, मुझको क्या दिखाता है गुरूर.
तू समंदर हो तो हो , मैं तो मगर प्यासा नहीं|
-
जा दिखा दुनिया को, मुझको क्या दिखाता है गुरूर.
तू समंदर हो तो हो , मैं तो मगर प्यासा नहीं|
-अफसोस कि हमने भी,ख्वाब सजाए थे
\
कहने को फसाने हैं, सुनने को बहाने हैं।
-रविंद्र श्रीवास्तव की फेसबुक वॉल से
No comments:
Post a Comment