उदास रहता है मुहल्ले में बारिश का पानी आजकल,
सुना है कागज की नाव बनाने वाले बड़े हो गए।
-मिल गई है आज मुझे वो कागज की "नाव"
पता ये चला कि चलाने बाले बड़े हो गये।
पता ये चला कि चलाने बाले बड़े हो गये।
-रामगोपाल शर्मा की फेस बुक वाल से
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