मुझें पतझड़ों की कहानियां ना सुना सुना के उदास कर ,
नए मोसम का पता बता ,जो गुजर गया सो गुजर गया
पंडित प्रमोद शुक्ला
- अनवर' माँ के आगे यूँ कभी खुलकर नहीं रोना.........!!
जहाँ बुनियाद हो, वहां, इतनी नमी अच्छी नहीं होती.
anwar jamils sher by ekbal ahmad
नए मोसम का पता बता ,जो गुजर गया सो गुजर गया
पंडित प्रमोद शुक्ला
- अनवर' माँ के आगे यूँ कभी खुलकर नहीं रोना.........!!
जहाँ बुनियाद हो, वहां, इतनी नमी अच्छी नहीं होती.
anwar jamils sher by ekbal ahmad
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